अपनो के लिये अपनापन तो हर जगह होता है मगर यह मारवाड़ है, यहाँ तो अजनबियों से भी अपनापन/अपणायत होती है, कुछ ऐसी ही थी माँ, जिनकी इच्छा थी कि आम जन के लिए कुछ किया जाय !
सोच-विचार शुरू हुआ कि अचानक बच्चों की माँ गुजर गयी और जीवन ठहर सा गया, साल दर साल बीतते गए और आखिर आज आया है दिन अपणायत के पर्व होली पर अपणायत के मिशन सेहत के शुरुआत का - मारवाड़ के आम जन ही नही बल्कि सभी के सही इलाज़ की अनमोल पहल का !
अपणायत फाउंडेशन मारवाड़ की पहचान 'अपणायत' को समर्पित एक नॉट फॉर प्रॉफिट कॉर्पोरेट है जिसके कामदार रवि भंडारी पर्यावरण सलाहकार हैं जो दो दशक से जोजरी नदी में प्रदुषण नियंत्रण को समर्पित हैं और इस दौरान वे राजस्थान उच्च न्यायालय / राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन.जी.टी) से न्याय मित्र की हैसियत से जुड़े रहे हैं ।